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			| शब्द का अर्थ |  
				| पेचदार					 : | वि० [फा०] १. जिसमें किसी तरह का पेच या चक्कर बना या लगा रहता हो। पेचवाला। २. (काम या बात) जिसमें बहुत से पेच अर्थात् घुमाव-फिराव, चक्कर या झंझटें हों। पेचीला। ३. (बात) जिससे सत्यता और सरलता के बदले घुमाव-फिराव या हेर-फेर बहुत हों; और इसी लिए जिसमें से निकल भागने या जिसे उलट-पुलट कर दूसरा अर्थ निकालने और लोगों को धोखे में रखने के लिए यथेष्ट अवकाश हो। पुं० एक प्रकार का कसीदे का काम जिसमें सीधी रेखा के इधर-उधर जगह-जगह फंदे भी लगाये जाते हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |