| शब्द का अर्थ | 
					
				| पौद					 : | स्त्री० [सं० पोत] १. नया निकलता हुआ छोटा पौधा। २. कुछ विशिष्ट प्रकार के पौधों और वृक्षों का वह नया कल्ला जो एक स्थान से उखाड़कर दूसरे स्थान पर लगाया जाता है। क्रि० प्र०—जमाना। लगाना। ३. उपज। पैदावार। ४. नई पीढ़ी जिसमें अधिकतर बच्चे और नवयुवक ही होते हैं। स्त्री० [सं० पाद+पट] पाँवड़ा। | 
			
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				| पौदर					 : | स्त्री० [हिं० पाँव+डालना] १. चलने के समय पैर का चिह्र। २. पैदल चलने का रास्ता। ३. पगदंडी। ४. वह रास्ता जिस पर कोल्हू मोंट आदि के बैल चक्कर लगाते या आते-जाते हैं। | 
			
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				| पौदा					 : | पुं०=पौधा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| पौद्गलिक					 : | वि० [सं० पुद्गल+ठक्—इक] १. पुद्गल- संबंधी। द्रव्य या भूत-संबंधी। २. जीव-संबंधी। ३. जो सांसारिक सुख-भोगों में लिप्त हो। | 
			
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