| शब्द का अर्थ | 
					
				| प्रकंप					 : | पुं० [सं० प्र√कम्प् (काँपना)+घञ्] १. बहुत काँपना या हिलना। २. कँपकँपी। थरथराहट। वि० कँपाने या हिलानेवाला। पुं० [सं० प्र√कम्प्+णिच्+युच्—अन] १. वायु। हवा। २. पुराणा-नुसार एक नरक का नाम। | 
			
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				| प्रकंपमान					 : | वि० [सं० प्र√कम्प्+शानच्] १. जो काँपता या थरथराता हो। २. बहुत हिलता हुआ। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| प्रकंपित					 : | भू० कृ० [सं० प्र√कम्प्+क्त] १. कँपाया या हिलाया हुआ। २. काँपता या थरथराता हुआ। ३. हिलता हुआ। | 
			
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