| शब्द का अर्थ | 
					
				| प्रकाश-वियोग					 : | पुं० [सं० मध्य० स०] केशव के अनुसार वियोग के दो भेदों में से एक। प्रेमी और प्रेमिका का ऐसा वियोग जो सब पर प्रकट हो जाय। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| प्रकाश-वियोग					 : | पुं० [सं० मध्य० स०] केशव के अनसार संयोग के दो भेदों में से एक। प्रेमी और प्रेमिका का ऐसा संयोग जो सब पर प्रकट हो। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |