| शब्द का अर्थ | 
					
				| प्रकृतवाद					 : | पुं० [सं०] आज-कल साहित्य में यथार्थवाद (देखें) का वह बहुत आगे बढ़ा हुआ रूप जिसमें समाज के प्रायः नग्न चित्र उपस्थति करना ही ठीक समझा जाता है। इसमें प्रायः समाज के अश्लील, कुरुचिपूर्ण और हेय अंगों के ही चित्र होते हैं। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| प्रकृतवादी					 : | वि० [सं०] प्रकृतवाद-संबंधी। प्रकृतवाद का। पुं० प्रकृतवाद का अनुयायी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |