शब्द का अर्थ
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प्रग्रहण :
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पुं० [सं० प्र√गह्+ल्युट्—अन] [भू० कृ० प्रगृहीत] १. ग्रहण करने की क्रिया या भाव। धारण। २. सूर्य या चन्द्रमा के ग्रहण का आरम्भ। ३. घोड़ों आदि को बोझ ढोने, सवारी के काम आदि में लाने के लिए सधाने की क्रिया या भाव। ४. वह डोरी जिसमें तराजू के पल्ले बँधे रहते हैं। ५. घोड़े की बाग। लगा। ६. पशुओं के गले में बाँधने की रस्सी। पगहा। ७. आज-कल किसी सभा समिति में उसके सदस्यों द्वारा किसी बाहरी आदमी को अपनी सहायता के लिए चुनकर अपना सदस्य बनाना। सहयोजन। (कोऑप्शन) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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