| 
		
			| शब्द का अर्थ |  
				| प्रचछन्न					 : | वि० [सं० प्र√छद्+क्त] १. किसी आच्छादन, आवरण, वस्त्र आदि से ढका हुआ। जैसे— प्रच्छन्न शरीर। २. जो जान-बूझकर दूसरों से छिपाया गया हो। (हिडिन) जैसे—प्रच्छन्न धन। ३. जो अपना वास्तविक रूप औरों से छिपाकर रखता हो। जैसे—प्रच्छन्न बौद्ध। पुं० १. चोर दरवाजा। २. खिड़की। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |