शब्द का अर्थ
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प्रचाय :
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पुं० [सं० प्र√चि (चयन करना)+घञ्] १. हाथ से कोई चीज एकत्र करना। २. एकत्र की हुई वस्तु का बनाया हुआ ढेर। राशि। ३. अधिकता। वृद्धि। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रचायक :
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वि० [सं० प्र√चि+ण्वुल्—अक] [स्त्री० प्रचायिका] १. चयन करने या चुननेवाला। २. संग्रह करनेवाला। ३. ढेर लगानेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |