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			| शब्द का अर्थ |  
				| प्रचुर					 : | वि० [सं० प्र√चुर्] (चुराना)+क] [भाव० प्रचुरता] १. (किसी वस्तु का उतना मान या मात्रा) जिससे आवश्यकता, अपेक्षा, न्यूनता आदि की पूर्ति अच्छी तरह हो जाती या हो सकती हो। २. बहुत अधिक। विपुल। ३. भरा-पूरा। पूर्ण। पुं० चोर। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| प्रचुरता					 : | स्त्री० [सं० प्रचुर+तल्—टाप्] प्रचुर होने की अवस्था या भाव। अधिकता। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |