शब्द का अर्थ
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प्रच्छाय :
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पुं० [सं० ब० स०] १. वह स्थान जहाँ घनी छाया हो। २. घनी छाया। ३. अन्धकार। अँधेरा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रच्छाया :
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स्त्री० [सं० प्रा० स०] १. किसी ग्रह या उपग्रह की वह छाया जो सूर्य की विपरीत दिशा में कोण के रूप में पड़ती है। २. गहरी छाया। ३. ग्रहण के समय चन्द्रमा या सूर्य पर पड़नेवाली छाया। ४. भौतिक विज्ञान में, वह गहरी छाया जिसमें प्रकाश के उद्गम से कुछ भी प्रकाश प्रत्यक्ष रूप से या सीधा न आता हो। (अम्ब्रा) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |