शब्द का अर्थ
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प्रणाद :
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पुं० [सं० प्र√नद् (शब्द करना)+घञ्] १. बहुत जोर से होनेवाला शब्द। २. आनन्द या प्रसन्नता के समय मुँह से निकलने वाला शब्द। ३. झंकार। जैसे—आभूषणों या नूपुरों का प्रणाद। ४. घोड़ों के हिनहिनाने का शब्द। ५. कर्ण-नाद नाम का रोग जिसमें कानों में गूँज या साँयँ साँयँ सुनाई पड़ती है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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