| शब्द का अर्थ | 
					
				| प्रतिकार					 : | पुं० [सं० प्रति√कृ (करना)+घञ्] १. किसी काम, चीज या बात के बदले में या क्षतिपूर्ति के निमित्त दिया जानेवाला धन। २. किसी काम या बात का बदला चुकाने के लिए किया जानेवाला कार्य। बदला। ३. किसी काम या बात को दबाने, रोकने आदि के लिए किया जानेवाला उपाय या प्रयत्न। (काउन्टर-एक्शन) जैसे—उन्होंने जो यह व्यर्थ का उपद्रव खड़ा कर रखा है, इसका कुछ प्रतिकार होना चाहिए। ४. रोग की चिकित्सा। इलाज। | 
			
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				| प्रतिकारक					 : | वि० [सं० प्रति√कृ+ण्वुल्—अक] १, किसी प्रकार कि क्रिया या प्रतिकार या विरोध करनेवाला। २. किसी क्रिया के गुण या प्रभाव को नष्ट करनेवाला। मारक। (एन्टीडोट) | 
			
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				| प्रतिकारिक					 : | वि० [सं० प्रतिकार से] १. प्रतिकार के रूप में होने या उससे संबंध रखनेवाला। २. किसी गुण, परिणाम, प्रभाव आदि के विपरीत होकर उसे निष्फल या व्यर्थ करनेवाला। (काउन्टर-एक्टिव) | 
			
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				| प्रतिकार्य					 : | वि० [सं० प्रति√कृ+ण्यत् जिसका प्रतिकार किया जा सके या किया जाना चाहिए। | 
			
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