शब्द का अर्थ
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प्रतितंत्र :
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पुं० [सं० प्रा० स०] १. वह शासन या शासन-प्रणाली जो किसी दूसरे प्रकार के शासन या शासन-प्रणाली के बिलकुल विपरीत हो। २. प्रतिकूल शास्त्र। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रतितंत्र-सिद्धान्त :
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पुं० [सं० ष० त०] ऐसा सिद्धांत जो कुछ शास्त्रों में हो तो और कुछ में न हो। जैसे—मीमांस में ‘शब्द’ को नित्य माना जाता है परन्तु न्याय में वह अनित्य माना जाता है; इसलिए यह प्रति-तंत्र सिद्धान्त है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |