शब्द का अर्थ
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प्रतिलोम :
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वि० [सं० प्रा० स०] १. जो प्राकृतिक या प्रसम क्रम के ठीक विपरीत हो। उलटा। विपरीत। ‘अनुलोम’ या विपर्याय। जैसे—१,२,३,४ आदि का क्रम अनुलोम और ४,३,२,१ का क्रम प्रतिलोम कहलायेगा। (कानवर्स) २. तुच्छ और नीच। |
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समानार्थी शब्द-
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प्रतिलोमक :
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पुं० [सं० प्रतिलोम+कन्] उलटा या विरीत क्रम। वि०=प्रतिलोम। |
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समानार्थी शब्द-
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प्रतिलोमज :
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पुं० [सं० प्रतिलोम√जन् (उत्पन्न होना)+ड] १. वह जिसकी उत्पत्ति प्रतिलोम-विवाह (देखें) के फलस्वरूप हुई हो। २. वर्ण-संकर। |
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प्रतिलोमतः :
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अव्य० [सं० प्रतिलोम+तस्] प्रतिलोम अर्थात् उलटे क्रम से। |
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प्रतिलोम विवाह :
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पुं० [सं० कर्म० स०] वह विवाह जिसमें पुरुष छोटे वर्ण का और स्त्री उच्च वर्ण की हो। विशेष—शास्त्रों में उच्च वर्ण के पुरुष को तो छोटे या नीचे वर्ण की स्त्री के साथ विवाह करना विहित माना गया है, पर इसके विपरीत रूप का विवाह वर्जित है। |
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