शब्द का अर्थ
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प्रतिवाद :
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पुं० [सं० प्रति√वद् (बोलना)+घञ्] १. किसी बात के विरुद्ध कही जानेवाली बात। २. विशेषतः ऐसा कथन या वक्तव्य जो किसी के द्वारा उपस्थित किये हुए तर्क, लगाये गये अभियोग आदि का खण्डन करने तथा उसे मिथ्या सिद्ध करने के लिए दिया जाता है। ३. विवाद। बहस। ४. उत्तर। जवाब। |
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समानार्थी शब्द-
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प्रतिवादक :
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वि० [सं० प्रति√वद्+णिच्+ण्वुल्—अक] प्रतिवाद करने वाला। जो प्रतिवाद करे। |
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प्रतिवादिता :
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स्त्री० [सं० प्रतिवादिन्+तल्—टाप्] १. प्रतिवाद करने की क्रिया या भाव। २. प्रतिवादी होने की अवस्था, धर्म या भाव। |
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प्रतिवादी (दिन्) :
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वि० [सं० प्रति√वद्+णिनि] १. प्रतिवाद-संबंधी। प्रतिवादक। २. (व्यक्ति या वस्तु) जो किसी का प्रतिवाद करता हो अथवा जिससे प्रतिवाद होता हो। ३. तर्क-वितर्क या वाद-विवाद करनेवाला। ४. प्रतिपक्षी। पुं० १. वह जो दूसरों द्वारा लगाये गये अभियोगों आदि का उत्तर दे। २. विधिक क्षेत्र में, वह जिसके संबंध में वादी ने न्यायालय में कोई अभियोग या वाद उपस्थित किया हो और जिसका उत्तर देने के लिए वह न्यायतः बाध्य हो। मुद्दालेह। |
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