शब्द का अर्थ
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प्रतिष्ठित :
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भू० कृ० [सं० प्रति√स्था+क्त] १. जिसकी प्रतिष्ठा या इज्जत की गई हो या हुई हो। आदर-प्राप्त। २. जिसकी स्थापना की गई हो। स्थापित। जैसे—मन्दिर में मूर्ति प्रतिष्ठित करना। ३. जो किसी स्थान पर बैठा या बैठाया गया हो। जैसे—आसन पर प्रतिष्ठत। पुं० विष्णु। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रतिष्ठिति :
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स्त्री० [सं० प्रति√स्था+क्तिन्] स्थापित करने या होने की क्रिया या भाव। प्रतिष्ठान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |