| शब्द का अर्थ | 
					
				| प्रत्यंत					 : | पुं० [सं० प्रति-अंत, अव्या० स०] म्लेच्छों के रहने का देश। | 
			
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				| प्रत्यंत-पर्वत					 : | पुं० [सं० कर्म० स०] वह छोटा पहाड़ जो किसी बड़े पहाड़ के पास हो। | 
			
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				| प्रत्यंतर					 : | पुं० [सं० प्रति+अन्तर] १. किसी अंतर के अंदर होनेवाले कोई दूसरा छोटा या विभागीय अंतर। २. उक्त प्रकार के अंतर की अवधि या काल। जैसे—आदि-कल बुध की दशा में राहु का प्रत्यंतर चल रहा है। (फलित ज्योतिष) | 
			
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