| 
		
			| शब्द का अर्थ |  
				| प्रत्यनीक					 : | पुं० [सं० प्रति-अनीक, अव्य० स०] १. प्रतिपक्षी। विरोधी। २. प्रतिवादी। ३. बाधा। विध्न। ४. वैरी। दुश्मन। ५. साहित्य में, एक प्रकार का अलंकार जिसमें शत्रु का प्रतिकार या नाश न कर सकने पर उसके पक्षवालों के किये जानेवाले तिरस्कार का उल्लेख होता है। ६. साहित्य में रस संबंधी एक दोष जो उस समय माना जाता है जब एक ही छंद या प्रसंग में श्रृंगार और वीभत्स अथवा रौद्र और करुण सरीखे परस्पर विरोधी रस एक साथ लाये जाते हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |