शब्द का अर्थ
|
प्रथम :
|
वि० [सं०√प्रथ्+अमच्] [भाव० प्रथमता] १. क्रम, संख्या, श्रृंखला आदि में जो सबसे आगे या पहले हो। २. जो गुण, महत्त्व योग्यता आदि में सबसे उत्तम या बढ़कर हो। सर्वश्रेष्ठ। ३. परीक्षा, प्रतियोगिता आदि में जिसने सबसे अधिक अंक प्राप्त किये हों अथवा सबको पराजित किया हो। क्रि० वि० आगे। पहले। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमकारक :
|
पुं० [सं० कर्म० स०] व्याकरण में कर्ता कारक। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमतः :
|
अव्य० [सं० प्रथम√तस्] महत्त्व आदि के विचार से, आगे या पहले। सबसे पहले। (फर्स्टली) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमता :
|
स्त्री० [सं० प्रथम+तले+टाप्] १. ‘प्रथम’ होने की अवस्था या भाव। २. औरों की तुलना में पहला अवसर या स्थान मिलने की अवस्था या भाव। प्राथमिकता। (प्रायॉरिटी) अव्य० साधारण रूप में देखने पर। (प्राइमा-फेसी) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथम-पुरुष :
|
पुं० [सं० कर्म० स०] व्याकरण में वे सर्वनाम जिन्हें वक्ता अपने लिए प्रयुक्त करता है (मध्यम पुरुष तथा अन्य पुरुष से भिन्न)। जैसे—मैं, हम। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथम साहस :
|
पुं० [सं० कर्म० स०] प्राचीन व्यवहारशास्त्र के अनुसार एक प्रकार का दंड जिसमें २५0 पण तक जुरमाना होता था। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमा :
|
स्त्री० [सं० प्रथम+टाप्] १. मदिरा। शराब। (तांत्रिक) २. व्याकरण में कर्ता कारक। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमाक्रमण :
|
पुं० [सं० प्रथम-आकमण, कर्म० स०] दूसरे पर आक्रमण करने की क्रिया या भाव। अग्रघर्षण। (एग्रेशन) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमाक्रमणकारी (रिन्) :
|
पुं० [सं० प्रथमाक्रमण√कृ (करना)+णिनि] प्रथम आकमण करनेवाला व्यक्ति, दल, पक्ष या राष्ट्र। (एग्रेसर) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमार्द्ध :
|
पुं० [सं० प्रथम-अर्व, कर्म० स०] किसी चीज के दो समान खंडों या भागों में से पहलेवाला खंड या भाग। जैसे—यह पुस्तक का प्रथमार्द्ध है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमाश्रम :
|
पुं० [सं० प्रथम-आश्रम, कर्म० स० ] ब्रह्मचर्याश्रम। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमी :
|
स्त्री० [सं० प्रथम+ङीष्]=पृथ्वी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमे, प्रथमै :
|
क्रि० वि० [सं० प्रथम] आरंभ में। पहले। उदा०—प्रथमै गगन कि पुहुमई प्रथमै-कबीर।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमेतर :
|
वि० [सं० प्रथम-इतर, पं० त०] पहले के बाद का या उससे भिन्न। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमोक्त :
|
वि० [सं० प्रथम+उक्त] जो पहले कहा गया हो। पूर्वोक्त। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
प्रथमोपचार :
|
पुं० [सं० प्रथम-उपचार, कर्म० स०] दे० ‘प्राथमिक उपचार’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |