शब्द का अर्थ
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प्रभाकर :
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पुं० [सं० प्रभा√कृ (करना)+ट] १. सूर्य। २. चंद्रमा। ३. अग्नि। ४. आक। मदार। ५. समुद्र। ६. शिव। ७. मार्कडेय पुराण के अनुसार आठवें मंवंतर के देवगण के एक देवता। ८. एक प्रसिद्धि मीमांसक जो मीमांसा-दर्शन की एक शाखा के प्रवर्तक थे। ९. कुश द्वीप के एक वर्ष का नाम। |
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समानार्थी शब्द-
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प्रभाकरी :
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स्त्री० [सं० प्रभाकर+ङीप्] बोधि सत्त्वों की तृतीय अवस्था दो प्रमुहिता और विमला के उपरांत प्राप्त होती है। |
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प्रभाकीट :
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पुं० [सं० मध्य० स०] खद्योत। जुगुनू। |
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प्रभाक :
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पुं० [सं० अत्या० स०] १. किसी बड़े विभाग के अंतर्गत कोई छोटा भाग या विभाग। (सेक्शन) २. गणित में भिन्न का भिन्न। जैसे—१/२ का २/३। |
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