| शब्द का अर्थ | 
					
				| प्रभात					 : | पुं० [सं० प्र√भा (दीप्ति)+क्त] १. सूर्य निकलने से कुछ पहले का समय। तड़का। २. प्रभा (सूर्य की पत्नी) के एक पुत्र। ३. संगीत में, एक राग। वि० जो कुछ-कुछ स्पष्ट रूप से सामने आने लगा हो। | 
			
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				| प्रभात-फेरी					 : | स्त्री० [सं०+हिं०] प्रचार आदि के लिए बहुत तड़के दल बाँधकर गाते-बजाते और नारे लगाते हुए बस्तियों में चक्कर लगाना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| प्रभाती					 : | स्त्री० [सं० प्रभात+ङीष्] १. प्रत्यूष और प्रभात नामक वसुओं की माता। (महाभारत) २. प्रभात के समय गाये जानेवाले गीत। ३. दातुन। वि० प्रभात-संबंधी। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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