शब्द का अर्थ
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प्रमेय :
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वि० [सं० प्र√मा (माँपना)+यत्] १. नापने योग्य। २. जिसका मान अर्थात तौल या नाप जान सकें। ३. जिसका अवधारण हो सके। जो समझ में आ सके। ४. जो प्रमाणों से सिद्ध किया जा सके। पुं० १. कोई ऐसी बात, मत या विचार जो स्वयं सिद्ध न हो, बल्कि जिसे तर्क, प्रमाण आदि के द्वारा प्रमाणित या सिद्ध करना अपेक्षित अथवा आवश्यक हो। (थियोरम) २. गणित और ज्यामिति में कोई ऐसी बात जो प्रमाणित या सिद्ध की जानेवाली हो। (थियोरम) ३. ग्रन्थ का अध्ययन या परिच्छेद। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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