| शब्द का अर्थ | 
					
				| प्रलीन					 : | भू० कृ० [सं० प्र√ली+क्त] [भाव० प्रलीनता] १. गला या धुला हुआ। २. (स्थान) जहाँ प्रलय हुई हो फलतः ध्वस्त और नष्ट भ्रष्ट। ३. जड़ के समान निश्चेष्ट। ४. मरा हुआ। ५. छिपा हुआ। तिरोहित। | 
			
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				| प्रलीनता					 : | स्त्री० [सं० प्रलीन+तल्+टाप्] १. प्रलीन होने की अवस्था या भाव। २. जड़त्व। जड़ता। ३. विनाश। | 
			
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				| प्रलीनेंद्रिय					 : | वि० [सं० प्रलीन-इन्द्रिय, ब० स०] जिसकी इन्द्रियाँ शिथिल या नष्ट हो गई हों। | 
			
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