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			| शब्द का अर्थ |  
				| प्रवृद्ध					 : | वि० [सं० प्र√वृध् (बढ़ना)+क्त] १. बहुत अधिक बढ़ा हुआ। २. खूब पक्का। प्रौढ़। ३. फैला हुआ। विस्तृत। पुं० १. अयोध्या के राजा रघु का एक पुत्र जो गुरु के शाप से १२ वर्षों के लिए राक्षस हो गया था। २. तलवार चलाने के ३२ ढंगों या हाथों मे से एक जिसे प्रसृत भी कहते हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |