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			| शब्द का अर्थ |  
				| प्रसारण					 : | पुं० [सं० प्र√सृ+णिच्+ल्युट्—अन] [भू० कृ० प्रसारित, वि० प्रसारणीय, प्रसार्य] १. दीर्घ अवकाश या काल में किसी चीज को फैलाना। २. संस्था आदि का कारोबार अथवा अधिक्षेत्र विस्तृत प्रदेश में विशेषतः नये प्रदेशों तक बढ़ाना। ३. रेड़ियो के द्वारा अथवा ऐसे ही किसी और साधन द्वारा कविता, गीत, समाचार आदि दूर-दूर के लोगों को सुनाने के लिए आकाशवाणी द्वारा चारों ओर फैलाना। (ब्राडकास्टिंग) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| प्रसारणीय					 : | वि० [सं० प्र√सृ+णिच्+अनीयर्] १. जो फैलाया जा सके। २. जो प्रसारित किये जाने को हो अथवा उसके योग्य हो। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |