| शब्द का अर्थ | 
					
				| प्रसुप्त					 : | भू० कृ० [सं० प्र√स्वप् (सोना)+क्त] [भाव० प्रसुप्ति] १. अच्छी तरह या गहरी नींद में सोया हुआ। २. इस प्रकार अन्दर छिपा हुआ या दबा हुआ कि बाहर से अस्तित्व का कोई लक्षण दिखाई न दे या अपना कार्य न कर रहा हो। सुषुप्त। जैसे—शरीर के अन्दर रोग के प्रसुप्त कीटाणु या विष। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| प्रसुप्ति					 : | स्त्री० [सं० प्र√स्वप्+क्तिन्] गहरी या गाढ़ी नींद। सुषुप्ति। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |