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			| शब्द का अर्थ |  
				| प्रहसन					 : | पुं० [सं० प्र√हस्+ल्युट्+अन] १. प्रसन्नतापूर्वक हँसना। विशेषतः जोरों से हँसना। २. किसी को उपहासास्पद ठहराना या बनाना। ३. एक प्रकार का रूपक जो भाण की तरह हास्य-रस-प्रधान होता है। इसमें एक या दो अंग तथा अनेक पात्र होते हैं; इसका विषय प्रायः कवि-कल्पित होता है; और इसमें दूषित तथा हेय आचार-विचार की दिल्लगी उड़ाई जाती है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |