| शब्द का अर्थ | 
					
				| प्राकर्ष					 : | पुं० [सं० प्रकर्ष+अण्] एक प्रकार का साम। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| प्राकर्षिक					 : | वि० [सं० प्रकर्ष+ठञ्—इक] जो औरों से अच्छा समझा जा सके और इसी लिए ग्राह्य हो। वरेण्य। पुं० [सं० प्र+आ√कर्ष (हिंसा)+किकन्] १. स्त्रियों के साथ नाचने वाला पुरुष। २. स्त्रियों का दलाल। कुटना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |