| शब्द का अर्थ | 
					
				| प्राचीन					 : | वि० [सं० प्राच्+ख—ईन] [भाव० प्राचीनता] १. पूर्व दिशा में होनेवाला अथवा उससे संबंध रखनेवाला। २. जो पूर्व अर्थात् पहलेवाले समय में बना, रहा या हुआ हो। बहुत दिनों का। (एशेन्ट) ३. पुराना। पुं०=प्राचीर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| प्राचीनता					 : | स्त्री० [सं० प्राचीन+तल्+टाप्] प्राचीन होने की अवस्था, गुण या भाव। पुरानापन। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| प्राचीनत्व					 : | पुं०=प्राचीनता। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| प्राचीन-पनस					 : | पुं० [सं० कर्म० स०] बेल (पेड़)। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| प्राचीनबर्हि(स्)					 : | पुं० [सं०] इंद्र। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| प्राचीन-योग					 : | पुं० [सं० ब० स०] एक गोत्र-प्रवर्तक ऋषि। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| प्राचीना					 : | स्त्री० [सं० प्राचीन+टाप्] १. पाठा। २. रास्ता। ३. दे० ‘नित्यप्रिया’ (गोपियाँ)। वि० स्त्री० प्राचीन का स्त्री० रूप। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |