| शब्द का अर्थ | 
					
				| प्रातर्					 : | अव्य० [सं० प्र√अत्+अरन्] प्रभात के समय। सबेरे। पुं० पुष्पार्ण के पुत्र एक देवता जो प्रभा के गर्भ से उत्पन्न हुए। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| प्रातर्दन					 : | पुं० [सं० प्रातर्दन+अण्] प्रतर्दन के गोत्र में उत्पन्न पुरुष। प्रतर्दन का अपत्य। वि० प्रतर्दन-संबंधी। प्रतर्दन का। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |