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			| शब्द का अर्थ |  
				| प्राशित्र					 : | पुं० [सं०] यज्ञों में पुरोडाश आदि में से काटकर निकाला हुआ वह छोटा टुकड़ा जो ब्राह्मण के लिए एक पात्र में अलग रखा जाता था। २. गाय के कान की तरह का एक पात्र जिसमें उक्त पदार्थ रखा जता था। ३. कोई खाद्य पदार्थ। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |