शब्द का अर्थ
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फर्द :
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स्त्री० [फा० फ़र्द] १. कागज, कपड़े आदि का वह टुकड़ा जो किसी के साथ जुड़ा या लगा हुआ हो। २. वह कागज जिस पर कोई लेखा, विवरण या वस्तुओं की सूची लिखी हो। फरद। पद—फर्दे-जुर्म—किसी के अपराधों या अभियोगों की सूचीवाला पत्र। फर्देसजा=अपराधी को दिये हुए दंडों आदि का लेखा या विवरण।पुं० [अ०] १. वह जो अकेला हो या अकेला रहता हो। २. दे० ‘फरद’। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फर्दनफर्दन् :
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अव्य० [अ० फ़र्दन, फ़र्दन] १. एक-एक करके। २. हर एक को। ३. अलग-अलग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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