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			| शब्द का अर्थ |  
				| बँटाना					 : | स० [हिं० बाँटना] १. किसी सम्पत्ति आदि के हिस्से लगवाकर अपना हिस्सा लेना। जैसे—उसने सारी जायदाद बँटा ली है। २. किसी काम या बात में इस प्रकार सम्मिलित होना कि दूसरे का भार कुछ हलका हो जाय। जैसे—(क) किसी का दुःख बँटाना। (ख) कि सी काम में हाथ बँटाना। ३. दे० ‘बँटवाना’। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |