| शब्द का अर्थ | 
					
				| बँड					 : | वि०=बाँड़ा। पुं०=बंडा। | 
			
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				| बँडल					 : | पुं० [अं०] रस्सी आदि से अच्छी तरह बँधा हुआ पुलिंदा। | 
			
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				| बँडवा					 : | वि०=बाँड़ा। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| बंडा					 : | पुं० [हिं० बंटा] १. अरुई की जाति की एक लता। २. उक्त लता के कंद जिनकी तरकारी बनायी जाती है। ३. अनाज रखने का बखार। | 
			
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				| बंडी					 : | स्त्री० [हिं० बाँड़ा=कटा हुआ] १. बिना आस्तीन की एक प्रकार की कुरती। फतूहीं। मिरजई। २. बगलबन्द नाम का पहनने का कपड़ा। | 
			
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				| बँडेर					 : | स्त्री० [सं० वरदंड] वह बल्ला या शहतीर जिसके ऊपर छाजन का ठाठ स्थित होता है। | 
			
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				| बंडेरा					 : | पुं०=बँडेर। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| बंडेरी					 : | स्त्री०=बंडेर। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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