| 
		
			| शब्द का अर्थ |  
				| बंदर-बाँट					 : | स्त्री० [हिं० बंदर+बाँटना] न्याय के नाम पर किया जानेवाला ऐसा स्वार्थपूर्ण बँटवारा जिसमें न्याकर्ता सब कुछ स्वयं हजम कर लेता है और विवादी पक्षों को विवाद-ग्रस्त सम्पत्ति में से कुछ भी प्राप्त नहीं होता। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |