| शब्द का अर्थ | 
					
				| बंधान					 : | स्त्री० [हिं० बँधना] १. बँधे हुए की अवस्था या भाव। २. वह नियत परम्परा या परिपाटी जिसके अनुसार कुछ विशिष्ट अवसरों पर कोई विशिष्ट काम करने का बंधन लगा होता है। ३. वह धन जो उक्त परिपाटी के अनुसार दिया या लिया जाय। ४. संगीत में गीत, ताल, स्वर, लय आदि के संबंध में बँधे हुए नियम। ५. बाँध। | 
			
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				| बंधाना					 : | स०=बँधवाना। | 
			
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				| बंधानी					 : | पुं० [सं० बंध] बोझ ढोनेवाला। मजदूर। कुली। स्त्री०=बंधान। | 
			
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