| शब्द का अर्थ | 
					
				| बक-ध्यान					 : | पुं० [सं० ष० त०] कोई दुष्ट उद्देश्य सिद्ध करने के लिए उसी प्रकार भोले-भाले या सीधे-सादे बनकर विचार करते रहना जिस प्रकार जिस प्रकार बगुला जलाशयों में से मछलियाँ खाने के लिए चुपचाप खड़ा रहता है। बनावटी साधु-भाव। क्रि० प्र०—लगाना। | 
			
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				| बक-ध्यानी (निन्)					 : | वि० [हिं० बकध्यान+इनि] बक-ध्यान लगानेवाला। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |