| शब्द का अर्थ | 
					
				| बकरा					 : | पुं० [सं० बर्कार] [स्त्री० बकरी] एक प्रसिद्ध नर-पशु जिसके सींग तिकोने, गठीले और ऐंठनदार तथा पीठ की और झुके हुए होते हैं। पूँछ छोटी होती है और शरीर से एक प्रकार की गंध आती है। अज। छाग। | 
			
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				| बकराना					 : | स०=बकरवाना। | 
			
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				| बकराना					 : | स० [हिं० बकुरना का प्रे० रूप] अपराध या दोष कबूल कराना या मुँह से कहलाना। | 
			
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