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			| शब्द का अर्थ |  
				| बत-कही					 : | स्त्री० [हिं० बात+कहना] १. साधारणतः केवल मन वहलाने या सम बिताने के लिए की जानेवाली इधर-उधर की बात-चीत। उदाहरण—करत बत-कही अनुज सम मन सिय-रूप लुभान।—तुलसी। २. बात-चीत की तरह का बहुत ही तुच्छ या साधारण काम। उदाहरण—दसकंधर मारीच बत-कही।—तुलसी। ३. बाद-विवाद। कहा-सुनी। तकरार। ४. झूठ-मूठ या मन से गढ़कर कही जानेवाली बात। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |