| शब्द का अर्थ | 
					
				| बनमाल					 : | स्त्री०=बनमाला। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| बनमाला					 : | स्त्री० [सं० वन-माला] १. जंगली फूलों को पिरो कर बनायी हुई माला। २. पैरों तक लम्बी वह माला जो तुलसी की पत्तियों और कमल, पारजात और मंदार के फूलों को पिरो कर बनायी जाती है। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| बनमाली					 : | वि० [सं० बनमाली] जो बनमाला धारण करता या धारण किये हुए हो। पुं० १. श्रीकृष्ण। २. नारायण। विष्णु। ३. बादल। मेघ। ४. ऐसा प्रदेश जिसमें बहुत से वन या जंगल हों। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |