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			| शब्द का अर्थ |  
				| बफारा					 : | पुं० [हिं० भाप+आरा (प्रत्यय)] १. ओषधि के युक्त किये गये जल को उबालने पर उसमें से निकलनेवाली भाप। २. उक्त भाप से किया जानेवाला सेंक। क्रि० प्र०—देना।—लेना। ३. वे औषधियाँ जो उक्त कार्य के लिए गरम पानी में उबाली जाती है |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |