| शब्द का अर्थ | 
					
				| बरोह					 : | स्त्री० [सं० वा+रोह-आनेवाला] बरगद के पेड़ के ऊपर की डालियों में टँगे हुए सूत या रस्सी के जैसा वह अंग जो क्रमशः नीचे की ओर झुकता तथा जमीन पर पहुँचकर जम जाता तथा नये वृक्ष का रूप धारण करता है। | 
			
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				| बरोही					 : | अव्य० [हिं० वर-बल] १. किसी के बल या आधार पर। २. बलपूर्वक। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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