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			| शब्द का अर्थ |  
				| बाँसा					 : | पुं० [हिं० बाँस] १. बाँस का बना हुआ चोगें के आकार का वह छोटा नल जो हल के साथ बँधा रहता है। इसी में बोने के लिए अन्न भरा जाता है। अरना। तार। २. एक प्रकार की घास जिसकी पत्तियाँ बाँस की पत्तियों की तरह होती है। पुं० [सं० प्रियावास] १. पियाबाँसा नाम का पौधा जिसमें चम्पई रंग के फूल लगते हैं और जिसकी लकड़ी के कोयले से बारूद बनती थी। २. उक्त पौधे का फूल। पुं० [सं० वंश=रीढ़] १. रीढ की हड्डी। २. नाक के ऊपर की हड्डी जो दोनों नथुनों के बीचोबीच रहती है। मुहावरा—बाँसा फिर जाना=नाक का टेढ़ा हो जाना। (मृत्यु के बहुत समीप होने का लक्षण)। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |