| शब्द का अर्थ | 
					
				| बाछ					 : | पुं० [हिं० बाछना] १. बाछने की क्रिया या भाव। २. गाँव में कर, चंदे मालगुजारी आदि का फैलाया हुआ ऐसा परता जो प्रत्येक हिस्सेदार के हिस्से के अनुसार हो। बछौटा। बेहरी। पुं०=बाछा। स्त्री० [प्रा० बच्छ] होठों का कोना या सिरा। मुहावरा—बाछें खिलना=इतना प्रसन्न होना कि मुँह पर बरबस मुस्कराहट या हँसी या जाय। | 
			
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				| बाछड़ा					 : | पुं०=बछड़ा। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| बाछना					 : | स० [सं० विचयन] चुनना। छाँटना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| बाछा					 : | पुं० [सं० वत्स, प्रा० बच्छ] [स्त्री० बाछी] १. गाय का बच्चा। बछड़ा। उदाहरण—बाछा बैल पतुरिया जोय, न घर रहे न खेती होय।—घाघ। २. बच्चों के लिए प्यार का सम्बोधन। | 
			
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