| शब्द का अर्थ | 
					
				| बाझ					 : | अव्य० [सं० वर्जन] बगैर। बिना। उदाहरण—भिस्त न मेरे चाहिए बाझ पियारे तुज्झ।—कबीर। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| बाझन					 : | स्त्री० [हिं० बझना=फँसना] १. उलझना। फँसना। बझना। २. गुत्थम-गुत्था या हाथा-बाँही होना। ३. दे० ‘बझना’। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |