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			| शब्द का अर्थ |  
				| बावली					 : | स्त्री० [सं० वायु+डी पाली (प्रत्यय)] १. चौड़े मुँह का एक प्रकार का कुआँ या जलाशय जिसमें पानी तक पहुँचने के लिए सीढ़ियाँ बनी हों। उदाहरण—मजनूँ की प्यास वह बुझाती, लैला कुछ बावली नहीं थी।—कोई शायर। २. ऐसा छोटा तालाब जिसके किनारे सीढ़ियाँ बनी हों। ३. हजामत का एक प्रकार जिसमें माथे से लेकर चोटी के पास तक के बाल चार-पाँच अंगुल की चौड़ाई में मूँड़ दिये जाते हैं। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
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