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			| शब्द का अर्थ |  
				| बिखे					 : | अव्य०, पुं०=विषय। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| बिखेरना					 : | स० [हिं० बिखरना का० स०] १. कणों, रेशों आदि के रूप में होनेवाली वस्तु के कणों को अधिक विस्तृत क्षेत्र में यो ही अथवा किसी विशेष ढंग से गिराना या फेंकना। जैसे—खेत में बीज बिखेरना। २. वस्तुओं को बिना किसी सिलसिले के फैलाकर रखना। जैसे—पुस्तकें बिखरेना। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |