| शब्द का अर्थ | 
					
				| बींधन					 : | स्त्री० [हिं० बींधना] १. बीधने की क्रिया या भाव। २. बींधने पर पड़नेवाला चिन्ह या निशान। ३. कठिनता। दिक्कत। उदा०—उसने अपनी कुछ बींधने गिनाई। वृन्दावनलाल वर्मा। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| बींधना					 : | स० [सं० विद्ध] १. किसी चीज में आर-पार छेद करने के लिए उसमें नोकदार चीज गड़ाना या धँसाना। विद्ध करना। छेदना। जैसे—कान बींधना, मोती बींधना। २. ऊपर से छेद करके अन्दर गड़ाना या धसाना। जैसे—किसी के शरीर में तीर बींधना। ३. बहुत ही चुभती या लगती हुई बात कहना। ४. उलझाना। फँसाना। (क्व०) १. विद्ध या आबद्ध होना। २. फँसा या उलझा रहना। | 
			
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