| शब्द का अर्थ | 
					
				| बीत					 : | स्त्री० [सं० वृत्त] वह धन जो छोटे-मोटे काम करनेवाले लोगों नेगियों आदि को पारिश्रमिक या वृत्ति के रूप में दिया जाता है। बीतक | 
			
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				| बीतना					 : | अ० [सं० व्यतीत] १. काल-मान की दृष्टि से घटना, बात आदि का वर्तमान से होते हुए भूत में जाना। जैसे—दिन या समय बीतना। २. लाक्षणिक अर्थ में किसी घटना, बात आदि का फल-भोग सहन किया जाना। जैसे—उन दिनों हम पर जो बीती थी, वह हम ही जानते हैं। ३. किसी काम, चीज या बात का अन्त या समाप्ति होना। उदा०—(क) बीती ताहि बिसारि देइ, आगे की सुध लेई।—गिरधर। (ख) सब के भय बीते। | 
			
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				| बीता					 : | पुं०=बित्ता (लंबाई की नाप)। | 
			
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