| शब्द का अर्थ | 
					
				| बुर्द					 : | स्त्री० [फा०] १. ऊपरी आमदनी। ऊपरी लाभ। २. प्रतियोगिता। होड़। ३. प्रतियोगिता आदि में लगाई जानेवाली बाजी या शर्त। ४. शतरंज के खेल में किसी पक्ष की वह स्थिति जिसमें उसके बादशाह को छोड़कर अन्य मोहरे मारे जाते हैं। यह स्थिति आधी मात की सूचक होती है। वि० १. डूबा हुआ। २. नष्ट-भ्रष्ट। चौपट। बरबाद। जैसे—उसने जुए में सारा घर बुर्द कर दिया। | 
			
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				| बुर्दबार					 : | वि० [फा०] [भाव० बुर्दबारी] १. शान्तिप्रिय। २. सहन-शील। | 
			
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				| बुर्दाफरोश					 : | पुं० [फा० बर्दः फ़रोश] [भाव० बुर्दा फरोशी] १. वह जो मनुष्य बेचने का व्यापार करता हो। २. वह व्यक्ति जो जवान स्त्रियों को भगाता और दूसरों के हाथ बेचकर धन कमाता हो। | 
			
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